पर्वतीय विकास और चकबंदी
गाँव और खुशहाल का रास्ता “पर्वतीय विकास और चकबंदी” गणेश सिंह गरीब द्वारा वर्ष 1990 के लिखी पुस्तक है आज 25 वर्षो बाद भी इन विचारो और योज्नावो की सार्थकता और अधिक महसूस की जा रही है . आप से अपेक्षा है कि पुस्तक का अवलोकन कर अपने राज्य विकास के लिए अपने महत्वपूण सुझाव अवस्य देंगे|
पर्वतीय विकास और चकबंदी
- 1- उत्तराखण्ड कृषि भूमि एवं भू राजस्व अधिनियम विधेयक 2015 का प्रारूप।
- 2- समृधि का मूल मन्त्र चकबंदी अक्टूबर 2015।